The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl
The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
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शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
In occasions like these where life is becoming so speedy that we hardly locate time and energy to pray, Shiva shiv chalisa in hindi Chalisa comes as a blessing for all of us.